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बालको ऑडिट - क्या है सच???

  • Media Samvad Editor
  • Jun 29, 2024
  • 4 min read

VSAP(Vedanta Sustainability Assurance Process) – एक परिचय


भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड के वेदांता बाहुल्य प्रबंधन द्वारा कराया जा रहा VSAP ऑडिट इन दिनों कर्मियों/श्रमिकों, व्यापारियों,खरीददारों,ठेकेदारों,श्रमिक संगठनो, सामाजिक संगठनों,प्रशासनिक अधिकारीयो के मध्य चर्चा का मुख्य विषय बना हुआ है|


इस संबंध में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी (पूर्ण जानकारी के लिए हमें संपर्क कर सकते हैं), इस लेख के माध्यम से देने का प्रयास किया जा रहा है|


क्या है VSAP?


VSAP ,वेदांता प्रबंधन द्वारा लागू की गई एक प्रक्रिया (process) है, जो कि वेदांता के विभिन्न व्यवसायों के सतत विकास के मुख्य आधारों, जैसे कि पर्यावरण, सोशल और गवर्नेंस (ESG) एवं अन्य सतत विकास के दृष्टिकोणों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार परिपालन को सुनिश्चित करती है|

कौन करता है यह VSAP ऑडिट?


इस प्रक्रिया का पालन सुचारु रूप से वेदांता प्रबंधन के अधिकारी कर रहे हैं, यह जांचने के लिए कंपनी बोर्ड द्वारा स्वतंत्र लेखा परीक्षकों (Independent Auditors) को नियुक्त किया जाता है, जो कि VSAP के मुख्य उदेश्य जैसे कि पर्यावरण, सोशल और गवर्नेंस (ESG) एवं अन्य सतत विकास के दृष्टिकोणों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार परिपालन के अनुसार परिक्षण/समीक्षा कर अपनी रिपोर्ट कंपनी बोर्ड को सौंपते हैं|


क्या VSAP ऑडिट कराने की कानूनी बाध्यता है?


VSAP ऑडिट कराने की कोई कानूनी बाध्यता नहीं है|


कानूनी बाध्यता न होने पर भी क्यों VSAP ऑडिट कराया जाता है?


इसके कई कारण हो सकते हैं,

VSAP ऑडिट ,चूँकि स्वतंत्र लेखा परीक्षकों (Independent Auditors), के द्वारा कराया जाता है , इसलिए कंपनी के सतत विकास के मुख्य आधारों, जैसे कि पर्यावरण, सोशल और गवर्नेंस (ESG) एवं अन्य सतत विकास के दृष्टिकोणों का राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार परिपालन का प्रमाणीकरण स्वतंत्र लेखा परीक्षकों (Independent Auditors) द्वारा हो जाता है|
इसके अतिरिक्त भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड(SEBI) द्वारा स्टाक एक्सचेंज पर लिस्टेड टॉप 1000 कंपनियों को Business Responsibility and Sustainability Reporting(BRSR) रिपोर्ट, प्रत्येक वर्ष जमा करना अनिवार्य है| BRSR रिपोर्ट निम्न सिधांतों पर आधारित एक विस्तृत रिपोर्ट होती है:
सिद्धांत 1. व्यवसायों को ईमानदारी से और नैतिक, पारदर्शी और जवाबदेह तरीके से आचरण और शासन करना चाहिए
सिद्धांत 2. व्यवसायों को सामान और सेवाएँ ऐसे तरीके से प्रदान करनी चाहिए जो टिकाऊ और सुरक्षित हो
सिद्धांत 3. व्यवसायों को अपने मूल्य शृंखला के कर्मचारियों सहित सभी कर्मचारियों की भलाई का सम्मान करना चाहिए और उन्हें बढ़ावा देना चाहिए
सिद्धांत 4. व्यवसायों को अपने सभी हितधारकों के हितों का सम्मान करना चाहिए और उनके प्रति उत्तरदायी होना चाहिए
सिद्धांत 5. व्यवसायों को मानवाधिकारों का सम्मान करना चाहिए और उन्हें बढ़ावा देना चाहिए
सिद्धांत 6. व्यवसायों को पर्यावरण का सम्मान करना चाहिए और उसकी सुरक्षा और पुनर्स्थापन के लिए प्रयास करना चाहिए
सिद्धांत 7. व्यवसायों को, जब सार्वजनिक और नियामक नीति को प्रभावित करने में शामिल किया जाता है, तो उन्हें ऐसा जिम्मेदार और पारदर्शी तरीके से करना चाहिए।
सिद्धांत 8. व्यवसायों को समावेशी विकास और समान विकास को बढ़ावा देना चाहिए
सिद्धांत 9. व्यवसायों को अपने उपभोक्ताओं के साथ जिम्मेदार तरीके से जुड़ना चाहिए और उन्हें मूल्य प्रदान करना चाहिए

इन सिद्धांतों पर आधारित एक निश्चित फार्म SEBI द्वारा जारी किया गया है, जिसमे समस्त जानकारी देना अनिवार्य है|


VSAP लगभग इन सारे सिद्धांतों को कवर करता है और इन सिद्धांतों का परिपालन कंपनी द्वारा किया जा रहा है, इसका प्रमाणीकरण स्वतंत्र लेखा परीक्षकों (Independent Auditors) द्वारा हो जाता है| एवं BRSR रिपोर्ट में जमा किये जाने वाले तथ्यों पर विवाद या प्रश्नों का VSAP ऑडिट रिपोर्ट के माध्यम से बचाव करने का एक प्रमाणित दस्तावेज प्रबंधन के पास उपलब्ध रहता है|


हालाँकि कंपनियों का उद्देश्य इस के पीछे गलत नहीं है इसलिए वेदांता अपने प्रत्येक व्यवसाय में सवतंत्र आडिट करवाती है| और आडिट कंपनी भी विश्वस्तरीय कंपनी होती है , सूत्रों की माने तो अभी बालको में VSAP ऑडिट PWC (PricewaterhouseCoopers) नाम की विश्व की अग्रिणी ऑडिट कंपनी ,कर रही है|


परन्तु ऑडिटर से सच छुपाने के लिए बालको प्रबंधन के अधिकारी काम करने वाले श्रमिकों को ऑडिटर के सामने आने ही नहीं देते हैं , सिर्फ उन्ही कर्मियों को सामने लाया जाता है जो प्रबंधन का रटाया हुआ बयान दे सकें, बाकी श्रमिकों को ऑडिट के वक्त कार्यस्थल से हटा दिया जाता है|


इसके एक कदम और ऊपर जाकर प्रबंधन द्वारा ऑडिट के समय पर ही कर्मियों को श्रमिक संगठन बनाने से रोकने के लिए धमकी दी जाती है, स्थानान्तरण कर दिया जाता है, क्या VSAP ऑडिटर्स के समक्ष यह कृत्य हुए हैं?


यदि सब नियमों का परिपालन हो रहा है तो फिर श्रमिकों को ऑडिटर से छुपाना , क्या जरुरी है??


यह VSAP ऑडिट का परिचयात्मक लेख है, इस संबंध में और विस्तृत जानकारी के लेख, BRSR रिपोर्ट के तथ्यों पर और लेख प्रकाशित करने हेतु हमारे आधिकारिक सोशल मीडिया चैनलों पर संपर्क करें|


फ़िलहाल चिंता की जरुरत नहीं है , डिजिटल संसद जल्दी ही इस पर भी निर्णय लेगी |


डिजिटल संसद पर करें विश्वास- आजादी के अमृत महोत्सव का मनाएं उल्लास


Disclaimer (लेखक द्वारा प्रकाशित खबर सूत्रों एवं तथ्यों पर आधारित है , यदि किसी व्यक्ति/समाज/संगठन को उपरोक्त लेख में कोई शब्द/वाक्य आपत्तिजनक लगे तो वह हमें saursujla99@gmail.com पर संपर्क कर विवरण भेज सकता है, भेजे हुए विवरण का प्रेस काउंसिल आफ इंडिया की मागदर्शिका अनुसार हमारे सम्पादकीय दल द्वारा विश्लेषण एवं जांच उपरांत जांच रिपोर्ट प्रेषित किया जाएगा और जांच अनुसार प्रकाशित लेख की पुनः विवेचना कर प्रकाशित किया जा सके)

 
 
 

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