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वेदांता का "DNA OF GIVING BACK"

  • Media Samvad Editor
  • Oct 5, 2024
  • 3 min read

बोनस की उम्मीदों से लेकर वास्तविकता तक


वित्तीय वर्ष 2023-24 में बालको की आय में अभूतपूर्व वृद्धि के साथ, कर्मचारी और स्थानीय समुदाय वेदांता के "गिविंग बैक" डीएनए पर आधारित नीति से बहुत आशान्वित हैं। पिछले साल की तुलना में आय में 18 गुना वृद्धि और वेदांता की "वापस देने" की प्रतिबद्धता ने सभी के भीतर बोनस में भारी वृद्धि की उम्मीदें जगा दी हैं। लेकिन एक महत्वपूर्ण तथ्य यह भी है कि वेदांता पहले ही अपने शेयरधारकों को भारी लाभांश बांटकर इस डीएनए की पुष्टि कर चुका है। हालाँकि, इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि वेदांता रिसोर्सेज और उसकी सहायक कंपनियां वेदांता के सबसे बड़े शेयरधारक हैं।


रिकार्ड - तोड़ आय

बालको की 2023 की आय ₹75 करोड़ थी, जबकि मार्च 2024 में बालको ने आय में कर्मचारियों की जबरदस्त मेहनत के कारण 18 गुणा वृद्धि कर ₹1373 करोड़ आय दर्ज की है ।




2023 में बोनस भुगतान का आंकड़ा

2023 में बालको के नियमित कर्मचारियों को लगभग ₹1,43,000 प्रति व्यक्ति बोनस दिया गया, जिससे लगभग 850 कर्मचारियों को कुल ₹12 करोड़ मिले। वहीं, आउटसोर्स कर्मचारियों को लगभग ₹20,000 प्रति व्यक्ति बोनस मिला, जिससे लगभग 5000 कर्मचारियों को कुल ₹10 करोड़ मिले।


वेदांता के "गिविंग बैक" का डीएनए

वेदांता ने हाल ही में SEBI को अपनी अर्ध-वार्षिक रिपोर्ट में गर्व से घोषणा की है कि "गिविंग बैक" उनके डीएनए में है। इस कथन ने कर्मचारियों और समुदाय में यह विश्वास जगा दिया है कि इस साल बोनस में कम से कम दोगुनी वृद्धि होगी। नियमित कर्मचारी उम्मीद कर रहे हैं कि उन्हें ₹2,80,000 प्रति व्यक्ति बोनस मिलेगा, जबकि आउटसोर्स कर्मचारियों को ₹40,000 प्रति व्यक्ति की उम्मीद है।




शेयरधारकों को भारी लाभांश वितरण

वेदांता ने अपनी "गिविंग बैक" नीति के तहत अपने शेयरधारकों को बड़े लाभांश दिए हैं। हालाँकि, इस तथ्य को भी अनदेखा नहीं किया जा सकता कि वेदांता रिसोर्सेज और उसकी सहायक कंपनियां खुद वेदांता के सबसे बड़े शेयरधारक हैं। इसका अर्थ है कि लाभांश का बड़ा हिस्सा भी इन्हीं कंपनियों को वापस जाता है, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या "गिविंग बैक" केवल एक नारा है या इसे वाकई सभी के लिए लागू किया जाएगा।


स्थानीय व्यापारियों की प्रतिक्रिया

स्थानीय व्यापारी इस बात से उत्साहित हैं कि वेदांता अपनी आय वृद्धि के आधार पर इस बार कर्मचारियों को बेहतर बोनस देगा। उनका मानना है कि वेदांता के लिए बोनस की राशि को बढ़ाना कोई बड़ी बात नहीं है। व्यापारियों ने यह भी आरोप लगाया है कि यूनियन नेता कर्मचारियों के लिए ज्यादा बोनस की मांग करने में विफल रहे, जबकि वे दोगुनी से अधिक मांग कर सकते थे।


समुदाय में उत्साह और आशावाद

इस स्थिति के चलते बालको के कर्मचारियों और स्थानीय समुदाय में उत्साह और आनंद का माहौल पहले से ही बन चुका है। हर कोई उम्मीद कर रहा है कि इस साल का त्योहार वेदांता के "गिविंग बैक" डीएनए के अनुरूप होगा। चाहे कुछ भी हो, यह सुनिश्चित है कि इस वर्ष का बोनस भुगतान न केवल कर्मचारियों के लिए बल्कि स्थानीय बाजारों के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा।


निष्कर्ष

वेदांता ने शेयरधारकों को लाभांश देकर अपने डीएनए की पुष्टि तो कर दी है, लेकिन कर्मचारियों के लिए यह देखना बाकी है कि क्या यह "गिविंग बैक" नीति उन पर भी लागू होती है। बालको/वेदांता की आय में 18 गुना वृद्धि के साथ, समुदाय और कर्मचारी दोनों को उम्मीद है कि बोनस भी उसी स्तर पर होगा। अब देखना यह है कि वेदांता अपने कर्मियों और स्थानीय समुदाय के लिए कितना वापस देता है और क्या यह त्योहार वेदांता के "गिविंग बैक" डीएनए के अनुरूप होगा।

वर्तमान में, उम्मीदों और उत्सव का माहौल पहले से ही समुदाय में फैल चुका है, और सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि वेदांता की यह नीति किस हद तक साकार होती है।



 
 
 

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